उधमसिंह नगर: थाना कुंडा पुलिस ने एक सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश कर दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला थाना कुंडा क्षेत्र का है, जहां शुरुआत में इसे सड़क दुर्घटना समझा गया, लेकिन पुलिस की पैनी नजर और गहन जांच से यह हत्या का मामला साबित हुआ।
4 सितंबर को थाना कुंडा पुलिस को सूचना मिली कि एक युवक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान सचिन कुमार चौहान पुत्र अतर सिंह निवासी ग्राम आजमपुर, थाना नूरपुर, जिला बिजनौर (उ.प्र.) के रूप में हुई।
ऐसे खुला राज
5 सितंबर को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के सिर से छर्रे बरामद हुए, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि घटना सड़क हादसा नहीं, बल्कि गोली मारकर की गई हत्या है। लगातार पड़ताल के बाद पुलिस ने 8 सितंबर को बैलपड़ाव (रामनगर) से संदिग्ध जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सी को पकड़ा। शुरुआत मे वह पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन सख्ती से पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल लिया। जस्सी ने बताया कि उसने अपने साले सोनू वर्मा के साथ मिलकर सचिन चौहान की हत्या की। इसके बाद 9 सितंबर को पुलिस ने काशीपुर बाईपास से मुख्य आरोपी सोनू वर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया।
जीजा ने साले के प्यार के लिए खेला हत्या का खेल
पूछताछ में खुलासा हुआ कि अभियुक्त सोनू वर्मा का मृतक की पत्नी से प्रेम संबंध था। सचिन चौहान इसका विरोध करता था और पत्नी से मारपीट भी करता था। इस बीच सोनू वर्मा ने अपने जीजा जसप्रीत सिंह से कहा कि उसे सचिन को रास्ते से हटाना है, ताकि वह अपनी प्रेमिका के साथ रह सके। साजिश के तहत जसप्रीत ने मोटरसाइकिल गिरवी रखने के बहाने सचिन को बुलाया और पुल के पास गोली मारकर हत्या कर दी। गिरफ्तार अभियुक्त जसप्रीत सिंह उर्फ जस्सी पुत्र सतविंदर सिंह, निवासी शाहजहांपुर (उ.प्र.), एक कुख्यात अपराधी है। उसके खिलाफ हत्या का प्रयास, लूट, गैंगस्टर, आर्म्स एक्ट, चोरी और दहेज उत्पीड़न सहित 8 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। वह उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड दोनों राज्यों में आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है।
पुलिस ने सुलझाया पेचीदा केस
सोनू वर्मा पुत्र जगदीश शरण वर्मा, निवासी मोहल्ला लाहोरियान, थाना काशीपुर आशिक मिजाज प्रवृत्ति का निकला। मृतक की पत्नी के साथ अवैध संबंधों के चलते उसके घर में कलह हुई और पत्नी ने उसे छोड़ दिया। इसी जुनून और प्रतिशोध में उसने अपने जीजा जसप्रीत के साथ मिलकर सचिन चौहान की हत्या की योजना बनाई। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त स्कूटी, तमंचा और कारतूस भी बरामद कर लिए हैं। ऊधमसिंहनगर पुलिस ने इस पेचीदा और चुनौतीपूर्ण ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाकर न केवल अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि अपराध कितना भी शातिराना क्यों न हो, पुलिस की सतर्कता और जांच से बच पाना नामुमकिन है।